मुंबई, 15 अक्टूबर। किरण राव द्वारा निर्देशित फिल्म 'लापता लेडीज' ने हाल ही में फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में 13 पुरस्कार जीते हैं। इस फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव, नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, छाया कदम और रवि किशन जैसे कलाकार शामिल हैं।
कहानी दो नई बहुओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक रेल यात्रा के दौरान गलती से एक-दूसरे के साथ बदल जाती हैं। इसके बाद हंसी, ड्रामा और जीवन के महत्वपूर्ण सबक का सफर शुरू होता है। यह फिल्म नारी सशक्तीकरण पर एक नई दृष्टि प्रस्तुत करती है, जिसके लिए इसे व्यापक प्रशंसा मिली है।
किरण राव ने इस फिल्म की सफलता के बारे में बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने और उनकी टीम ने इसके लिए गहन रिसर्च की। उन्होंने छह महीने तक स्थानीय कला और फोटोग्राफी पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे फिल्म की दुनिया को पर्दे पर जीवंत किया जा सका।
किरण ने प्रोडक्शन डिजाइन के बारे में कहा, "मैं जानती थी कि फिल्म का प्रभाव तभी होगा जब हम एक ऐसी दुनिया बनाएंगे जो असली लगे। इसमें भारतीय गांवों की वास्तविक सुंदरता होनी चाहिए, बिना किसी कृत्रिमता के। हमने स्थानीय कला और शिल्प से प्रेरित होने से भी बचने का प्रयास किया। इसलिए मेरे प्रोडक्शन डिजाइनर विक्रम सिंह और मैंने शूटिंग से पहले कम से कम छह महीने की रिसर्च की।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने पिछले 20 वर्षों के गांवों की तस्वीरों में खुद को नहीं डुबोया, क्योंकि समय के साथ बहुत कुछ बदल चुका है। हम ऐसे गांव की तलाश में थे जो बदलाव के कगार पर हो, न कि बहुत पिछड़े या पुराने। जहां जया अपनी प्रिंटिंग के लिए जाती है, उस छोटे शहर की भी नकल की गई है, जिससे गांव के पास के कस्बे की असली भावना को दर्शाया जा सके। इसलिए विजुअल रिसर्च में काफी समय लगा।"
यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है, जहां दर्शक इसे देख सकते हैं।
You may also like
दूसरे हफ्ते भी 'कंतारा चैप्टर 1' ने लहराया परचम, वर्ल्डवाइड कलेक्शन में 700 करोड़ क्लब के करीब फिल्म
नारायणगढ़ विधानसभा में पहला विजया सम्मेलन, भाजपा ने प्रदर्शित की एकजुटता
दीघा के झाउ वन से संदिग्ध अवस्था में मिला युवक का शव, इलाके में सनसनी
राजस्थान के बालोतरा में सड़क हादसा, चार दोस्तों की मौत
जैसलमेर हादसे से नहीं लिया सबक, निजी बसें बनी 'बारूद की ढेरी', सुरक्षा के मानकों की उड़ रही धज्जियां